आठवलेंची कविता
कोरोना की आ गई है महामारी
जाग गई है दुनिया की जनता सारी
परेशान रही गाँव - गाँव की नारी
मेरे उपर भी आ गई थी अॅडमीट होने की बारी
मोदीजी के आव्हान पर सभी देश ने बजाई थी ताली
फिर सरकार को क्यों दे रहे हो गाली
कोरोना की वो रोत बहुत थी काली
फिर हमारे सरकार को क्याें दे रहें हो गाली
कोरोना को मत डरोना, कोरोना से मत हारोना
कोरोना को जल्दी मारोना, कोरोनो को बर्बाद करोना
नरेंद्र मोदीजीने कोरोना काल मे काम किया था बहुत अच्छा
इसलिए खुश है गाँव - गाँव की माँ और बच्चा
नरेंद्र मोदीजी माणूस बहुतही है सच्चा
राजनीती मे वह नही है कच्चा